Joueney

शुरूआत में अल्फा ओमेगा फिशरी केवल मतस्य पालन क्षेत्र में ही कार्य प्रारम्भ किया था। सर्व प्रथम ग्राम डोमरी में तालाब निर्माण कर मतस्य पालन प्रारम्भ किया गया। इसके बाद श्री राजेष धुर्वे ने मतस्य पालन को बड़े रूप में करने के लिए अपने चिर परिचित लोंगो से सम्पर्क कर मतस्य पालन करने के लिए प्रेरित किया एवं उन लोंगो को सहयोग देकर अन्य क्षेत्रों मे तालाब निर्माण कराना आरम्भ किया। तालाब निर्माण में खुदाई कार्य में जे. सी. बी. मषीन एवं ट्रेक्टर की आवष्यकता होने पर दूसरों से यह कार्य न कराकर अल्फा ओमेगा फिषरी ने स्वयं की जे. सी. बी. मषीन एवं ट्रेक्टर खरीदे एवं तालाब निर्माण का कार्य स्वयं करना प्रारम्भ कर दिया। ग्राम डोमरी में ही ईंट भट्टा आरम्भ कर ईंट निर्माण कार्य किया गया। साथ ही सिमेंट पोल निर्माण का कार्य भी ग्राम डोमरी में ही किया जा रहा हैं। सिमेंट पोल निर्माण एवं ईंट निर्माण, कंस्ट्रषन मटेरियल सप्लाई, खुदाई कार्य (अर्थ वर्क) के साथ अल्फा ओमेगा फिषरी ने कंस्ट्रक्षन क्षेत्र में कदम रखा और इस प्रकार अल्फा ओमेगा ब्रिक्स वर्क्स की नींव रखी गई। इसके बाद अल्फा ओमेगा फिशरी ने छिन्दवाड़ा जिले में कई क्षेत्र में अपनी जमींने खरीदी, ताकि मतस्य पालन के कार्य को और बढ़ाया दिया जा सके, एवं प्रापटी डीलिंग कार्य किया जाये। इसके बाद अल्फा ओमेगा फिशरी ने वाटर डिस्ट्रीबुषन के क्षेत्र मे कदम रखा। जिसके लिए ग्राम कुण्डाली में वाटर प्लांट बनाया गया। और इस प्रकार अल्फा ओमेगा फिषरी की एक और शाखा का जन्म हुआ जिसका नाम अल्फा ओमेगा फ्रैष मिनरल वाटर रखा गया। वर्तमान में अल्फा ओमेगा ग्रुप मतस्य पालन, मिनरल वाटर डिस्ट्रीबुषन, ब्रिक्स व सिमेंट पोल वर्क, अर्थ वर्क, ट्रॉन्सपोर्टेषन, प्रॉपर्टी डीलिंग, फोरेक्स ट्रैडिंग जैसे कई क्षेत्रों में कार्य कर रही हैं। इसके अलावा भविष्य में और भी कई अन्य क्षेत्रों में कार्य करने की योजना हैं।